मगर अपने हाथों से.... - Love Shayari


मेरे बाद मोहब्बत में तुम्हें
कोई मेरी तरह ना चाहेगा,
चोट लगने पर दावा तो दिलायेगा,
मगर अपने हाथों से हाथ नहीं
सहलायेगा।

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